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यही तो गम है , जिसको संजोए रहता हूँ जिनसे उम्मीद है , नाउम्मीद उन्हीं से रहता हूँ कहनेको खुशियाँ हैं , दामन में बेशुमार मेरे एक भी नहीं मिलती , ...